Thursday, January 10, 2013

586. मायाँ कति छ यता, तिम्लाई के था !!

मायाँ कति छ यता, तिम्लाई के था !!
तिमी प्रति छ यता, तिम्लाई के था !!

नबोलेर कति तिमी, रिसाउँछ्यौ सधै
सोचे जति छ यता, तिम्लाई के था !!

कति सम्झाउँ तिम्रो हुँ म, तिमी मात्र मेरो
कस्तो गति यता, तिम्लाई के था !!

प्रमाण के दिउँ म, तिम्रो शंका दुर गर्न
मृत्यु मति छ यता, तिम्लाई के था !!

कसम यो "राम"को, अव धेरै नतड्पाउ
चोखो अति छ यता, तिम्लाई के था
30-12-2010
राम शरण श्रेष्ठ
चिसापानी ६,रामेछाप
http://nepaligazal.com/gazal/nepali/933302010130.html

No comments :

Post a Comment